इस वार्ता पर ईरान ने क्या कहा है?

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराग़ची ने कहा है कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका से बातचीत करने के लिए राज़ी है, हालांकि उन्होंने इसके लिए कुछ शर्तों का भी ज़िक्र किया है.

मंगलवार, 8 अप्रैल को वॉशिंगटन पोस्ट में छपे अपने एक लेख में ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराग़ची ने लिखा कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर ‘सौदा पक्का करने के लिए गंभीरता से बातचीत करने के लिए तैयार है’.

अराग़ची ने लिखा, “हम शनिवार को ओमान में अप्रत्यक्ष वार्ता के लिए मिलेंगे. यह एक मौका होने के साथ-साथ एक परीक्षा भी है.”

उन्होंने लिखा, “आज आगे बढ़ने के लिए, हमें सबसे पहले इस बात पर सहमत होना होगा कि कोई ‘सैन्य विकल्प’ नहीं हो सकता है, ‘सैन्य समाधान’ की तो बात ही छोड़िए.”

उन्होंने ये भी साफ़ किया कि ईरान किसी भी तरह का दबाव नहीं बर्दाश्त करेगा.

अराग़ची ने ये भी कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ईरान ने परमाणु हथियार न बनाने की अपनी प्रतिबद्धता का उल्लंघन किया है, लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि ‘ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में संभावित चिंताएं हो सकती हैं’.

उन्होंने लिखा, “हम अपने शांतिपूर्ण इरादे को स्पष्ट करने और किसी भी संभावित चिंता को दूर करने के लिए ज़रूरी उपाय करने के लिए तैयार हैं.”

उन्होंने आगे लिखा, “गेंद अब अमेरिका के पाले में है.”

अराग़ची ओमान वार्ता में अपने देश के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. वहीं ट्रंप के मध्य पूर्व के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ अमेरिकी पक्ष का नेतृत्व करेंगे.

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