बीते कई दिनों से अमेरिका और ईरान के बीच छिड़ी ज़ुबानी जंग के बीच अब दोनों देश बातचीत करने को तैयार हुए हैं. 12 अप्रैल को ओमान में अमेरिका और ईरान के प्रतिनिधिमंडल की वार्ता होने जा रही है.
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराग़ची ने कहा है कि ओमान में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से ‘अप्रत्यक्ष’ वार्ता होगी. वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान के साथ परमाणु समझौते को लेकर ‘प्रत्यक्ष’ वार्ता की घोषणा कर चुके हैं.
इसका मतलब है कि फ़िलहाल ये साफ़ नहीं है कि दोनों देशों के प्रतिनिधि सीधे मिलेंगे या ओमान की मध्यस्थता से कोई बात होगी.
ओमान में होने जा रही ईरान-अमेरिका की ये वार्ता भारत के लिए भी अहमियत रखती है. इसकी वजह ये है कि भारत के दोनों ही देशों के साथ कूटनीतिक संबंध हैं.
ऐसे में इस वार्ता के नतीजों से भारत पर क्या असर पड़ सकता है? भारत के लिए इस बातचीत के क्या मायने हैं? ये समझते हैं.